Examine This Report on संक्रामक रोग से बचने के उपाय



टीबी से शरीर का जो हिस्सा प्रभावित होता है, उसी के आधार पर टीबी के लक्षण विकसित होते हैं। टीबी आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते है, और आपको यह पता लगने में कई हफ्ते लग जाते हैं कि आप अस्वस्थ हैं। हो सकता है कि संक्रमित होने के बाद आपके लक्षण महीनों और यहां तक कि साल बाद शुरू होने लगें।

आप पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाते। आपको बेहतर महसूस हो सकता है, लेकिन टीबी बैक्टीरिया आपके शरीर में मौजूद रहते हैं। ये बाद के किसी समय में फिर से सक्रिय हो सकते हैं, और आपको बहुत अधिक बीमार बना सकते हैं।

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कोलेरा, डिसेण्ट्री, शिगेला नामक एक जीवाणु से होने वाला शिगेलोसिस, हेलिकोबैटर पायलोरी से आमाशय का कैन्सर और पेप्टिक अल्सर सम्भव।

विशेषज्ञों द्वारा जारी एक दस्तावेज़ में चेतावनी दी गयी है कि लोगों में एंटीबॉडी के कम स्तर के कारण गंभीर ज़ुकाम का प्रकोप फैल सकता है।

माना जाता है कि इन्फ़्लुएंज़ा वायरस, लोगों के साथ सीमा पार संक्रामक रोग से बचने के उपाय कर, अन्य देशों में पहुँचता है। अमूमन जापान में सर्दियों की मौसमी परिस्थितियाँ वायरस के आसानी से फैलने के लिए अनुकूल होती हैं, इसलिए यह तेज़ी से फैलता है।

ऑफिस, स्कूल या सार्वजनिक स्थानो की बजाए अपने घर पर ही रहने की कोशिश करें

जैसे कि हिपैटाइटिस सी, सावधानीवश इंजेक्शन लगवाने के लिये नयी सिरिन्ज का प्रयोग करवायें (स्वयं के ही लिये नहीं अपने पशु के लिये भी यह सावधानी बरतनी है ), जल्दबाज़ी में कोई लापरवाही न होने दें।

कोरोनावायरस का प्रसार आरंभ हुए लगभग तीन साल हो चुके हैं। शुरुआती दिनों से ही वायरस के ख़िलाफ़ लड़ाई में टीके और दवाएँ दो महत्त्वपूर्ण पक्ष माने जाते रहे हैं।

यह सामग्री क्रियेटिव कॉमन्स ऍट्रीब्यूशन/शेयर-अलाइक लाइसेंस के तहत उपलब्ध है;

माएदा हिदेओ तोक्यो के किता वार्ड स्थित जन स्वास्थ्य केन्द्र के प्रमुख हैं। वह कोरानावायरस के लिए सरकार की विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी हैं।

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जापान में प्रमुख रूप से जब ओमिक्रॉन उप-प्रकार फैला, तब सरकार ने नये प्रतिबंध न लगाने का फैसला किया। ऐसा इसलिए क्योंकि विशेषज्ञों ने पाया कि ओमिक्रोन प्रकार में, युवाओं में गंभीर लक्षण पैदा होने का जोखिम कम था और संक्रमण मुख्य रूप से घरों, स्कूलों और बुज़ुर्गों के देखभाल केंद्रों में फैल रहा था, न कि मदिरालयों और भोजनालयों में। सरकार ने सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को जारी रखते हुए, संक्रमण को फैलने से रोकने का लक्ष्य रखा।

समिति ने दवा को स्वीकृति देने के अपने फ़ैसले को टाल दिया और इसकी और जाँच करते रहने पर सहमति जतायी।

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